अपना अरमान कुछ और है
दिल का तूफ़ान कुछ और है
हम तड़पते रहेंगे सदा
तेरा एहसान कुछ और है
वो: करेंगे न वादे वफ़ा
हमको इमकान कुछ और है
किस तरह उनपे आए यक़ीं
उनका ईमान कुछ और है
शम्स की है सियासत अलग
रात सुनसान कुछ और है
शाह-ए-हिन्दोस्तां , तू भी सुन
ये: बियाबान कुछ और है
मानते हैं के: तू है ख़ुदा
नेक इंसान कुछ और है !
( 2012 )
-सुरेश स्वप्निल
शब्दार्थ : वफ़ा: निभाना, यहाँ 'वादे वफ़ा' का अर्थ है वादे निभाना; इमकान: आशंका;
शम्स : सूर्य
दिल का तूफ़ान कुछ और है
हम तड़पते रहेंगे सदा
तेरा एहसान कुछ और है
वो: करेंगे न वादे वफ़ा
हमको इमकान कुछ और है
किस तरह उनपे आए यक़ीं
उनका ईमान कुछ और है
शम्स की है सियासत अलग
रात सुनसान कुछ और है
शाह-ए-हिन्दोस्तां , तू भी सुन
ये: बियाबान कुछ और है
मानते हैं के: तू है ख़ुदा
नेक इंसान कुछ और है !
( 2012 )
-सुरेश स्वप्निल
शब्दार्थ : वफ़ा: निभाना, यहाँ 'वादे वफ़ा' का अर्थ है वादे निभाना; इमकान: आशंका;
शम्स : सूर्य
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