tag:blogger.com,1999:blog-8569149792852470566.post3790783094535046491..comments2024-01-26T00:45:58.896-08:00Comments on साझा आसमान : मौत को इश्क़...suresh swapnilhttp://www.blogger.com/profile/10616576572191519628noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8569149792852470566.post-6036585525540165942017-06-27T20:52:56.981-07:002017-06-27T20:52:56.981-07:00आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल गुरूवार (29...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल गुरूवार (29-06-2017) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in" rel="nofollow"><br />"अनंत का अंत" (चर्चा अंक-2651)<br /> </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक<br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8569149792852470566.post-416626981916344692017-06-27T06:47:16.399-07:002017-06-27T06:47:16.399-07:00वाह । बहुत ख़ूब । वाह । बहुत ख़ूब । डॉ. हीरालाल प्रजापतिhttps://www.blogger.com/profile/11352965446574972881noreply@blogger.com